हाल ही में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर से तनाव बढ़ता नज़र आ रहा है — IRAN vs ISRAEL संघर्ष ने वैश्विक बाज़ारों में हलचल मचा दी है। यह टकराव सिर्फ मध्य-पूर्व तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसका असर भारतीय स्टॉक मार्केट और इन्वेस्टमेंट माहौल पर भी साफ देखा जा रहा है। बहुत से निवेशकों के मन में यह सवाल है कि क्या यह BUY THE DIP का सही समय है या अभी थोड़ा इंतज़ार करना चाहिए? आइए विस्तार से समझते हैं कि इस भूराजनीतिक टकराव का भारत पर क्या असर हो सकता है और एक समझदार निवेशक को इस समय क्या रणनीति अपनानी चाहिए।
1. IRAN vs ISRAEL टकराव की पृष्ठभूमि
IRAN vs ISRAEL का संघर्ष नया नहीं है, लेकिन हाल की घटनाओं ने इसे एक नए स्तर पर पहुँचा दिया है। मिसाइल हमले, ड्रोन अटैक, और जवाबी कार्रवाई ने वैश्विक कच्चे तेल के दामों को अस्थिर कर दिया है। यह स्थिति भारत जैसे देश के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है जो अपनी ज़रूरतों का अधिकांश हिस्सा आयात पर निर्भर करता है।
2. भारत पर संभावित असर
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कच्चे तेल की कीमतें: जैसे ही तेल की कीमतें बढ़ती हैं, भारत की मुद्रा पर दबाव आता है और महंगाई बढ़ सकती है। इससे FMCG और ऑटो सेक्टर पर प्रभाव पड़ सकता है।
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शेयर बाजार में गिरावट: पहले भी देखा गया है कि जब भी ऐसा कोई भूराजनीतिक संकट होता है, तो निवेशक घबराकर बिकवाली करते हैं जिससे सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आती है।
- गोल्ड की मांग में वृद्धि: ऐसे समय में सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है। इसकी कीमतों में उछाल देखने को मिलता है।
3. क्या BUY THE DIP का समय है?
CA Rachana Ranade जैसे फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स अक्सर कहते हैं कि गिरावट में निवेश करने से लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिल सकता है। लेकिन blindly निवेश करना भी जोखिम भरा हो सकता है।
BUY THE DIP के लिए ध्यान देने योग्य बातें:
- मजबूत बैलेंस शीट वाली कंपनियों पर फोकस करें।
- डिफेंस, एनर्जी, FMCG जैसे सेक्टरों को प्राथमिकता दें।
- SIP के माध्यम से निवेश करते रहें।